‘ढल गया सूरज हमारा सूना पड़ा आकाश है, अब तो तारों का सहारा ढूंढता प्रकाश है’

Sharda Sinha News Update: मैथिली और भोजपुरी संगीत को देश ही नहीं पूरे विश्व पटल पर एक पहचान भर नहीं बल्कि उड़ान प्रदान करने वाली बिहार कोकिला शारदा सिन्हा अब हमारे बीच दैहिक तौर पर नहीं रहीं, लेकिन उनके गीत हमारे दिलो दिमाग में समाहित हैं. शारदा सिन्हा की संगीत यात्रा से जुड़ी कई कहानियां हैं जिनमें एक समस्तीपुर के लगुनिया गांव का भी है. वह कहती थीं कि लगूनिया के मिट्टी में संगीत रचा और बसा है क्योंकि यहां भारत के प्रसिद्ध तबला वादक स्वर्गीय सूरज कुमार राय का घर था.