लखनऊ में 160 साल पहले खुली सबसे बड़ी प्रिंटिग प्रेस,पहली बार छापी रामचरित मानस

लखनऊ में 1858 में देश में पहला आधुनिक प्रिंटिंग प्रेस खोला गया. ये ऐसी प्रेस थी जिसने उर्दू से लेकर अंग्रेजी औऱ हिंदी तक हजारों तरह की अलग अलग किताबें छापीं. रामचरित मानस को भी सबसे पहले छापने का श्रेय इसी नवल किशोर प्रेस को जाता है.