Real Estate Market : उद्योग परिसंघ सीआईआई और नाइट फ्रैंक ने एक रिपोर्ट में बताया है कि 2030 तक भारत में 3.12 करोड़ सस्ते मकानों की कमी होगी. इस कमी को पूरा करने के लिए करीब 45 लाख करोड़ रुपये का लोन चाहिए होगा. जाहिर है कि यह बैंकों, कंपनियों के साथ आम आदमी के लिए भी पैसे कमाने का अवसर लेकर आएगा.