घर के बाहर खेल रहे तीन साल के बच्चे की हत्या, युवक ने चाकू घोंपकर आंत बाहर निकाल दी
मुजफ्फरपुर के दिघरा में घर के बाहर खेल रहे बच्चे को एक युवक ने चाकू घोंपकर आंत बाहर निकाल दी। बच्चे ने इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया।
बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से घर के बाहर खेल रहे तीन साल के बच्चे की हत्या का मामला सामने आया है। वारदात दिघरा के दास टोला में मंगलवार शाम को हुई। आरोपी युवक ने मासूम साहिल के पेट में चाकू घोंप दिया, जिससे उसकी आंत बाहर आ गई। गंभीर रूप से घायल साहिल ने इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया। पुलिस ने आरोपी युवक विजय झा (25) को गिरफ्तार कर लिया है। वह नशेड़ी और सनकी बताया जा रहा है।
पुलिस ने उस चाकू को भी जब्त किया है, जिससे बच्चे की हत्या की गई। बताया जा रहा है कि साहिल मंगलवार शाम में अपने घर के बाहर अन्य बच्चों के साथ खेल रहा था। आरोपी विजय वहां आया और उसने मासूम के पेट में चाकू घोंप दिया। अन्य बच्चों ने शोर मचाया तो लोग जुट गए। बच्चे के पिता शंकर दास और परिजन उसे सदर अस्पताल ले गए। वहां से उसे एसकेएमसीएच रेफर कर दिया गया, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
एसडीपीओ विनीता सिन्हा ने बताया कि लोगों के मुताबिक आरोपी स्मैकिया है। वह पहले भी मोहल्ले के लोगों पर हमला कर चुका है। उसने बच्चे की हत्या क्यों की, पूछताछ के बाद ही इसका खुलासा होगा।
बच सकती थी मासूम की जान
मृतक साहिल के परिजन ने आरोप लगाया है कि अगर समय रहते इलाज मिल जाता तो बच्चे की जान बच सकती थी। एसकेएमसीएच में डॉक्टर ने देरी से इलाज शुरू किया। साहिल को दोपहर में करीब 3 बजे चाकू लगा। उसे पौने चार बजे सदर अस्पताल में भऱ्ती कराया गया। वहां पर डॉक्टर ने पेट पर पट्टी बांधकर स्लाइन लगा दिया और उसे एसेकएमसीएच रेफर कर दिया।
इसके बाद परिजन शाम करीब 5 बजे एसकेएमसीएच लेकर पहुंचे। यहां पर इमरजेंसी में बेड पर साहिल लेटा रहा, मां स्लाइन हाथ में पकड़े हुए डॉक्टर का इंतजार करती रही। एसकेएमसीएच में पेड्रियाटिक सर्जन नहीं है। एकमात्र सर्जन सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में है। डॉक्टर के इंतजार में समय बीत गया और बाद में सामान्य सर्जनों ने ही इलाज शुरू किया।
साहिल को ओटी में ले जाया गया, लेकिन हालत गंभीर हो गई। इसके बाद उसकी मौत हो गई। परिजन ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया।
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