सियासत में घुसते ही PK का बदला लहजा, क्यों बोलने लगे दबंगों की भाषा?

जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर पर क्या दबंगई का रंग चढ़ गया है? पीके क्यों करने लगे हैं उल्‍टा टांगने की बातें? क्या यूपी-बिहार में राजनीति करने के लिए दबंगों की भाषा बोलना जरूरी है? पढ़ें यह रिपोर्ट…