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लाहौर एयरपोर्ट पर लैंड हुआ भारतीय प्‍लेन, चारों तरफ पसरा गहरा सन्‍नाटा, अचानक हरकत में आए पाक कमांडो, और फिर…

Plane Hijacked Story Series: पाकिस्‍तान के लाहौर एयरपोर्ट पर आज एक बार फिर अफरी तफरी मची हुई थी. एयर ट्रैफिक कंट्रोल पर मौजूद तमाम अफसरान की निगाहें लगातार आसमान पर टिकी हुईं थी. कुछ मिनटों के इंतजार के बाद आसमान से एयरपोर्ट की तरफ बढ़ता हुआ एक एयरक्राफ्ट नजर आना शुरू हो जाता है. यह इंडियन एयरलाइंस का वही एयरक्राफ्ट बोइंग 737 था, जिसका पिछले कुछ मिनटों से लाहौर एयरपोर्ट पर बेसब्री से इंजतार किया जा रहा था. एटीसी की इजाजत मिलते ही यह एयरक्राफ्ट रनवे पर लैंड हुआ और टैक्‍सी-वे पर मौजूद कुछ गाडि़यों को फॉलो करते हुए सूनसान इलाके में पहुंच गया.

इंडियन एयरलाइंस का यह एयरक्राफ्ट किसी एक जगह पर रुकता, इससे पहले पाकिस्‍तानी सिक्‍योरिटी एजेंसियों की तमाम गाडि़यां फर्राटा भरते हुए एयरक्राफ्ट के करीब पहुंच गई. एयरक्राफ्ट के चारों तरफ घेरा बनाने के बाद यह गाडि़यां अलग-अलग पोजीशन पर जाकर खड़ी हो गईं. इसके बाद, लंबे समय तक एयरक्राफ्ट के बाहर और भीतर एक गहरा सन्‍नाटा पसरा रहा. जब लंबा समय गुजर जाने के बाद भी एयरक्राफ्ट के अंदर से बातचीत की पहल नहीं हुई, तो एओसीसी में मौजूद ऑफिसर्स ने रेडियो कम्‍युनिकेशन के जरिए उन लोगों से बातचीत करने की कोशिश शुरू की, जो जबरन इस प्‍लेन को लेकर लाहौर आए थे.

दिल्‍ली से भरी थी इस प्‍लेन ने उड़ान
दरअसल, लाहौर एयरपोर्ट पर लैंड होने वाली इंडियन एयरलाइंस की यह वही फ्लाइट IC-423 थी, जिसने 29 सितंबर 1981 को दिल्‍ली के पालम एयरपोर्ट से अमृतसर के लिए उड़ान भरी थी. इस फ्लाइट में 6 क्रू मेंबर्स के साथ करीब 111 पैसेंजर्स भी मौजूद थे. यह सफर पूरा होने को ही था, तभी पांच पैसेंजर्स अपनी सीट से उठे और अलग-अलग दिशाओं की तरफ बढ़ गए. कुछ ने एयरक्राफ्ट के पिछले हिस्‍से में पोजीशन ली, तो कुछ फ्रंट में आकर खड़े हो गए. इसके अलावा, दो पैसेंजर्स कॉकपिट के भीतर दाखिल हो गए. कॉकपिट के भीतर दाखिल होते ही सभी ने कपड़ों के भीतर छिपाए खंजर और ग्रेनेड बाहर निकाल लिए.

और थम गईं मुसाफिरों की सांसें…
सामने खड़े लोगों के हाथ में हैंडग्रेनेड और खंजर देखकर लगभग सभी पैसेंजर्स की सांसे धम गईं. उन्‍हें अब तक यह अहसास हो चुका था कि इस प्‍लेन को हाईजैक कर लिया गया है. जी हां, पैसेंजर्स का यह डर पूरी तरह से सही निकला. इस प्‍लेन को पांच खालिस्‍तानी आतंकियों हाईजैक कर लिया था. वहीं कॉकपिट में मौजूद खालिस्‍तानी आतंकियों अब तक पायलट को प्‍लेन का रुख अमृतसर की जगह लाहौर की तरफ करने का फरमान सुना चुके थे. चंद मिनटों बाद इस प्‍लेन ने लाहौर एयरपोर्ट के ऊपर चक्‍कर लगाना शुरू कर दिया. पाक सिक्‍योरिटी एजेंसीज से क्लियरेंस मिलने के बाद आखिकार यह प्‍लेन वहां लैंड हो गया.

हरकत में आईं सिक्‍योरिटी एजेंसीज
प्‍लेन हाईजैक की खबर लगते ही न केवल भारत बल्कि पाकिस्‍तान की सिक्‍योरिटी एजेंसीज भी हरकत में आ चुकी थीं. भारत लगातार पाकिस्‍तान पर पैसेंजर्स और क्रू की सकुशल रिहाई का दबाव बना रहा था. भारत का दबाव काम आया और पाकिस्‍तानी अफसरों ने हाईजैकर्स से बातचीत शुरू की. हाईजैकर्स की दो डिमांड थीं. पहली – भारतीय जेल में कैद जरनैल सिंह भिंडरावाला सहित उनके अन्‍य साथियों को रिहा किया जाए. दूसरा- 5 लाख अमेरिकी डालर. कुछ समय बाद हाईजैकर्स से निगोशिएशन करने के लिए पाकिस्‍तान में भारत के तत्‍कालीन राजदूत नटवर सिंह भी लाहौर एयरपोर्ट पहुंच गए. बातचीत का दौर कई घंटों तक चला.

आखिर में लिया गया यह बड़ा फैसला
कई घंटों की बातचीत के बावजूद बातचीत नहीं बनी थी. वहीं अबतक पाकिस्‍तानी सेना के एसएसजी कमांडो ने एक बड़ा फैसला ले लिया था. पैसेंजर्स को खाने का सामान पहुंचाने के बहाने कमांडो एयरक्राफ्ट में दाखिल हुए और हाईजैकर्स पर धावा बोल दिया. अचानक हाईजैकर्स और एसएसजी कमांडो के बीच शुरू हुई लड़ाई को देखकर सभी पैसेंजर्स बुरी तरह से कांप गए. उन्‍हें इस बात का डर सता रहा था कि इस ऑपरेशन से नाराज हाईजैकर्स ने एक भी ग्रेनेड चला दिया तो उनमें से एक भी जिंदा नहीं बचेगा. लेकिन, ऐसा कुछ नहीं हुआ्. पाकिस्‍तानी कमांडोज ने सभी आतंकियों को कुछ ही पलों में काबू कर लिया.

दिल्‍ली के लिए उड़ा प्‍लेन और हाईजैकर्स…
पाक सेना के इस ऑपरेशन के दौरान प्‍लेन में मौजूद किसी भी पैसेंजर और क्रू को खरोंच तक नहीं आई. कुछ समय के बाद इस प्‍लेन को सभी पैसेंजर्स और क्रू के साथ भारत के लिए रवाना कर दिया गया. वहीं, पाक सेना ने सभी हाईजैकर्स को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया. पाकिस्‍तान की कोर्ट ने सभी हाईजैकर्स को उम्र कैद की सजा सुनाई. उम्र कैद की सजा पूरी करने के बाद सतनाम सिंह नामक मुख्‍य हाईजैकर भारत वापस आ गया. भारत आते ही सतनाम को गिरफ्तार कर लिया गया और उसके ऊपर नए सिरे से मुकदमा चलाया गया. हालांकि यह बात दीगर है कि बाद में उसे यह कहते हुए रिहा कर दिया गया कि उसने अपने अपराध की सजा पाकिस्‍तान में भुगत ली है.

Tags: Airport Diaries, Airport Security, CISF, Delhi airport, Delhi news, Delhi police, IGI airport


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